प्रदूषण में कहीं कानपुर भी न बन जाए दिल्ली, 226 पर पहुंचा एक्यूआइ
कानपुर। अफसरों की लापरवाही कहीं अपने शहर को भी दिल्ली जैसा न बना दे। सर्दी का मौसम शुरू होते ही यहां भी प्रदूषण की मात्रा तेजी से बढ़ती जा रही है। शनिवार को ही एयर क्वालिटी इंडेक्स (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 226 दर्ज किया गया, जबकि वायु गुणवत्ता सूचकांक 60 होना चाहिए। प्रदूषण का हाल ये है कि अब तक प्रदूषण रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। सड़कों पर उड़ती धूल के कण लोगों के लिए मुसीबत बन रहे हैं।
प्रदूषण के कारण ही दिल्ली सरकार ने स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए हैं। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने भी तल्ख टिप्पणी करते हुए प्रदूषण रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा है। साथ ही लाकडाउन की सलाह भी दी है। कानपुर शहर में पिछले वर्ष उ.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आइआइटी की मदद से ग्रिड लेवल एक्शन प्लान तैयार कराया था। इसके तहत शहर को 174 ग्रिड सेल में बांटकर वहां प्रदूषण के कारणों का पता लगाया गया था। इसमें सड़कों पर उड़ती धूल को प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण माना गया था। 82 फीसद प्रदूषण की वजह सड़कों पर उड़ती धूल थी।
इसके अलावा औद्योगिक इकाइयों के कारण चार फीसद, भवन निर्माण सामग्री के कारण दो फीसद और वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण छह फीसद प्रदूषण होने की बात सामने आई थी। रिपोर्ट सामने आने के बाद कुछ सड़कों का निर्माण कराकर वहां प्रदूषण की रोकथाम के कदम उठाए गए, लेकिन कुछ समय बाद हालात फिर वैसे ही हो गए। अब सर्दी के मौसम में वायुमंडल में नमी की मात्रा बढऩे के साथ ही एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी इजाफा हो रहा है। शनिवार को एक्यूआइ का स्तर 226 रहा।
उ. प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अनिल माथुर ने बताया कि वायु प्रदूषण की नियमित रूप से मानीटङ्क्षरग हो रही है और रिपोर्ट संबंधित विभागों को भेजी जा रही है। इसके आधार पर एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है। पानी का छिड़काव कराने के साथ ही सालिड वेस्ट डंपिंग को ठीक कराने, बेहतर साफ सफाई, सड़कें ठीक कराने के लिए कहा गया है।
19 हाट स्पाट भी हुए थे चिह्नित : शहर में प्रदूषण की दृष्टि से 19 हाट स्पाट चिह्नित किए गए हैं। इसमें कोयला नगर से चकेरी क्षेत्र, जीटी रोड पर कल्याणपुर से रामादेवी तक, कल्याणपुर से पनकी रोड, जरीब चौकी से घंटाघर तक, दादानगर, जाजमऊ, रावतपुर स्टेशन रोड, घंटाघर चौराहा, अफीम कोठी चौराहा, विजय नगर, किदवई नगर, गोङ्क्षवदनगर चौराहा, सीटीआइ चौराहा, दादानगर चौराहा, रामादेवी चौराहा, यशोदानगर, बर्रा बाईपास व गुजैनी चौराहा शामिल हैं।