14 दिसंबर को मिलेगा राजस्थान को नेशनल एनर्जी कंजरवेशन अवार्ड

देश , NewsAbhiAbhiUpdated 09-12-2021 IST
14 दिसंबर को मिलेगा राजस्थान को नेशनल एनर्जी कंजरवेशन अवार्ड

 14 दिसंबर को मिलेगा राजस्थान को नेशनल एनर्जी कंजरवेशन अवार्ड

जयपुर । केन्द्रीय एनर्जी मंत्री आरके सिंह नेशनल एनर्जी कंजरवेशन दिवस पर 14 दिसंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित समारोह में राजस्थान को नेशनल एनर्जी कंजरवेशन अवार्ड से सम्मानित करेंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलयम व एनर्जी एवं चेयरमैन अक्षय ऊर्जा निगम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि अन्य प्रदेशों के लिए राजस्थान की अनुकरणीय उपलब्धियों को देखते हुए स्टेट परफोरमेंस श्रेणी में राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम को यह पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।

 

 

एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिशानिर्देश, मार्गदर्शन व राजस्थान सौर उर्जा नीति, 2019, राजस्थान पवन व हाईब्रिड नीति, 2019 व राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना, 2019 के क्रियान्वयन से राजस्थान नवीकरणीय उर्जा क्षेत्र में निवेशकों का प्रमुख आकर्षण केन्द्र बन गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत के प्रयासों से ऊर्जा क्षेत्र में नवाचारों के साथ ही ऊर्जा संरक्षण क्षेत्र में विशेष उपलब्धियां अर्जित की गई है।

 

 

राजस्थान के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने राजस्थान को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इस क्षेत्र से जुड़े सभी अधिकारियों, कार्मिकों और प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार के लिए चयन होना इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश में ऊर्जा क्षेत्र में प्रबंधकीय दक्षता से कार्य किया जा रहा है।

 

डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य के लिए यह गौरव की बात है कि देश के ऊर्जा क्षेत्र के गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, तमिलनाडू, मध्यप्रदेश, हरियाणा जैसे अधिक ऊर्जा उपभोग वाले़े राज्यों की श्रेणी में एनर्जी एफिशिएंसी के क्षेत्र में राजस्थान के कुषल प्रबंधन को देखते हुए चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि इससे पहले पिछले दिनों केन्द्र सरकार द्वारा जारी ऊर्जा दक्षता क्षेत्र में राजस्थान को फ्रंट रनर प्रदेश के रुप में चुना जा चुका है।

 

एसीएस एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा स्टेट एनर्जी एफिशिएंसी इंडेक्स में निर्धारित मापदंडों के आधार पर चयन किया जाता है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा उद्योगों, बिल्डिंगों, नगर निकायों, कृषि और डिस्कॉम्स, परिवहन के साथ ही क्रास सेक्टरों में ऊर्जा संरक्षण को देखते हुए पुरस्कार के लिए चयन किया जाता है। उन्होंने बताया कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम ने केन्द्र सरकार की नोडल संस्था के रुप में कार्य करते हुए पिछले एक साल में अवेयरनेस अभियान के साथ ही संबंधित विभागों में नोडल अधिकारी बनाने और नियमित मोनेटरिंग से यह उपलब्धि हासिल हो सकी है।जयपुर । केन्द्रीय एनर्जी मंत्री आरके सिंह नेशनल एनर्जी कंजरवेशन दिवस पर 14 दिसंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित समारोह में राजस्थान को नेशनल एनर्जी कंजरवेशन अवार्ड से सम्मानित करेंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलयम व एनर्जी एवं चेयरमैन अक्षय ऊर्जा निगम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि अन्य प्रदेशों के लिए राजस्थान की अनुकरणीय उपलब्धियों को देखते हुए स्टेट परफोरमेंस श्रेणी में राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम को यह पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।

 

 

एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिशानिर्देश, मार्गदर्शन व राजस्थान सौर उर्जा नीति, 2019, राजस्थान पवन व हाईब्रिड नीति, 2019 व राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना, 2019 के क्रियान्वयन से राजस्थान नवीकरणीय उर्जा क्षेत्र में निवेशकों का प्रमुख आकर्षण केन्द्र बन गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत के प्रयासों से ऊर्जा क्षेत्र में नवाचारों के साथ ही ऊर्जा संरक्षण क्षेत्र में विशेष उपलब्धियां अर्जित की गई है।

 

 

राजस्थान के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने राजस्थान को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इस क्षेत्र से जुड़े सभी अधिकारियों, कार्मिकों और प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार के लिए चयन होना इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश में ऊर्जा क्षेत्र में प्रबंधकीय दक्षता से कार्य किया जा रहा है।

 

डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य के लिए यह गौरव की बात है कि देश के ऊर्जा क्षेत्र के गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, तमिलनाडू, मध्यप्रदेश, हरियाणा जैसे अधिक ऊर्जा उपभोग वाले़े राज्यों की श्रेणी में एनर्जी एफिशिएंसी के क्षेत्र में राजस्थान के कुषल प्रबंधन को देखते हुए चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि इससे पहले पिछले दिनों केन्द्र सरकार द्वारा जारी ऊर्जा दक्षता क्षेत्र में राजस्थान को फ्रंट रनर प्रदेश के रुप में चुना जा चुका है।

 

एसीएस एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा स्टेट एनर्जी एफिशिएंसी इंडेक्स में निर्धारित मापदंडों के आधार पर चयन किया जाता है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा उद्योगों, बिल्डिंगों, नगर निकायों, कृषि और डिस्कॉम्स, परिवहन के साथ ही क्रास सेक्टरों में ऊर्जा संरक्षण को देखते हुए पुरस्कार के लिए चयन किया जाता है। उन्होंने बताया कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम ने केन्द्र सरकार की नोडल संस्था के रुप में कार्य करते हुए पिछले एक साल में अवेयरनेस अभियान के साथ ही संबंधित विभागों में नोडल अधिकारी बनाने और नियमित मोनेटरिंग से यह उपलब्धि हासिल हो सकी है।

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