पट्टे की जमीन पर किया जा रहा खनन, पीड़ित की शिकायत को भी स्थानीय पुलिस ने दिखाया ठेंगा
राष्ट्रीय पहल संवाददाता
प्रयागराज। सूबे की योगी सरकार जहाँ एक तरफ़ अवैध खनन करने वाले माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए लगातार बड़ी-बड़ी बातें करती है तो वहीं दूसरी तरफ़ उसी सरकार के आला अफसर खुद ही खनन को बढ़ावा देने मे कोई कसर नहीं छोड़ रहे रहे हैं। खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि लोगों के पट्टे की जमीन तक नहीं बच पा रही है। शिकायत करने पर शिकायती पत्र को रजिस्टर के बीच दबाकर रख लिया जाता है और फिर फाड़कर फेक देते हैं। संगम नगरी प्रयागराज के यमुनानगर जोन अंतर्गत लालापुर थाना क्षेत्र के कोटा पहाड़ी पर खनन माफियाओं के हौसले कुछ इस कदर बुलंद हैं कि अपनी पट्टे की जमीने बचा पाना भी लोगों के लिए एक बड़ा चैलेंज बना जा रहा है। बता दें कि थाना क्षेत्र के कोटा पहाड़ी पर खनन माफ़िया बच्चू सिंह निवासी गोल्हैया, टीपू सिंह निवासी गोल्हैया, निवासी गुड्डू मिश्रा सोनवै, कमलेश यादव निवासी कोटा आदि मिलकर अवैध खनन करने मे कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं जिससे राजस्व को भी काफ़ी क्षति पहुँच रही है। बघला मदनपुर निवासी धर्मेंद्र पाण्डेय जो कि एक अध्यापक हैं उनकी पट्टे की भी जमीन उक्त खनन माफियाओं द्वारा नहीं बच पा रही है। मना करने पर खनन माफ़िया अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कहते हैं कि थाने मे महीना काहे लिए हम जमा कर रहे हैं जाओ थाने मे बात करो। स्थानीय थाने पर शिकायत करने पर भी कोई मसला साफ नहीं हो पाता। शिकायती पत्र लेकर रजिस्टर मे दबा लेंगे और फिर फाड़कर फेक दिया जाता है। इससे यह साफ होता है कि कहीं न कहीं स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से खनन का कार्य जोरों पर फल फूल रहा है। यदि ऐसे ही पट्टे की जमीन पर खनन जारी रहा तो यह जल्द ही बड़ा रूप ले सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि समाचार पत्रों मे खबरें प्रकाशित होने के बाद भी स्थानीय पुलिस व तहसील प्रशासन के कानो मे जूँ रेंगती है या पुलिसिया सिस्टम मे सब वैसे ही चलता रहेगा।