बदायूं। रक्षाबंधन भारत का एक प्रमुख त्यौहार है। यह हमारे समाज में सामाजिक व्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह भाई बहन के रिश्ते को मजबूत बनाने के साथ-साथ समाज की किसी बहन बेटी के सम्मान की रक्षा का नैतिक संदेश देता है। इस बात को समझते हुए उच्च प्राथमिक विद्यालय हरदत्तपुर के प्रधानाध्यापक इकबाल अहमद ने अपने छात्रों में नैतिक और सामाजिक मूल्यों के विकास के लिए अपने विद्यालय में रक्षाबंधन के त्यौहार को मनाने की व्यवस्था की।
विद्यालय की समस्त उपस्थित छात्राओं ने समस्त छात्रों को राखी बांधी और मिठाई खिलाई, परम्परा अनुसार छात्र भाईयों ने सभी बहनों को सगुन के रूप पाँच रुपए,दस रुपये बीस रुपये अथवा और कम ज्यादा रुपये दिये। इस अवसर पर म्यूजिक सिस्टम पर बजता हुआ मत समझो इसे धागे का तार भय्या, मेरी राखी का मतलब है प्यार भय्या गाना भाई-बहन के प्यार के नैतिक भाव भर रहा था। बालिकाओं को गौरव, सम्मान और अपनत्व का अनुभव कराने के उद्देश्य से प्रधानाध्यापक इकबाल अहमद ने भी सभी बालिकाओं को रुपये देकर समानित किया। इकबाल अहमद समय समय पर विद्यालय में कुछ न कुछ ऐसा करते रहते हैं, जिससे बच्चों का बौद्धिक, शारीरिक, चारित्रिक अथवा सामाजिक विकास हो। इकबाल अहमद जनपद के एक जाने माने नवाचारी शिक्षक हैं, बच्चों को रुचिकर और प्रभावी शिक्षा देने के उद्देश्य से नये नये नवाचार खोजते और करते रहते हैं । यह प्रदेश और जनपद स्तर से शिक्षा विभाग के उच्चतम अधिकारियों से पुरस्कृत हो चुके हैं। विद्यालय में कार्यक्रम के अवसर पर सहायक अध्यापक दिनेश कुमार और अनुदेशक मीनू यादव का भी उपस्थित रहे।